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क्या Incredible India है

 अनेकता में एकता हिंद की विशेषता टीवी अखबारों और सरकारी विज्ञापनों में हमने incredible India या अविश्वसनीय भारत के बारे में देखा पढ़ा या सुना होगा क्या वाकई में वर्तमान राजनीतिक परिपेक्ष में आपको यह स्लोगन सही मालूम होता है ? अगर आप मुझसे पूछे तो में नही कहूंगा हा ये बात बात अलग है की आपके विचार अलग हो सकते है पर जो माहौल आज हम देख रहे है उससे तो शायद यही मालूम होता है की increble india का लोगो या incredible india का पोस्टर सब सिर्फ एक स्लोगन या अविश्वसनीय भारत का मात्र एक दिखावा साबित हो रहा है |  यकीनन आप मेरी बात से पूर्णतः सहमत न हो पर जिस तरह से गंगा जमुना तहजीब की मिसाल हमारे पूर्वाजो ने कायम की आज हम उस पर कायम है बिलकुल नहीं जगह जगह जाति और धार्मिक मुद्दो को लेकर मतभेद,अविश्वास,अहम की लड़ाई या फिर यूं कहें की वर्चस्व की लड़ाई मॉब लिंचिंग, धर्म विशेष के आधार पर किसी का मकान ढहाना, व्यापार नष्ट करना,पूजा स्थलों और इबादतगाहों पर अटैक करना या दूर करना ,संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग करना, राजनीतिक लाभ के लिए धार्मिक उन्माद फैलाना मसलन वर्ग विशेष के लिए तीखी भाषा का प्रयोग ...

new recipe balushahi naariyal

बालूशाही नारियल की न्यू रेसिपी  दोस्तों आज मैं आपको को बालूशाही नारियल वाली एकदम नए और आसान तरीका से सिखाने वाला हूं क्योंकी मैंने खुद हलवाई का काम 10 से 15 साल किया हैं जिससे आपको को काफी मदद मिलेगी ज्यादा मात्रा में आप त्योहारों और फंकशन्स में और बर्थडे पार्टी में इस रेसिपी को काफी किफायती दाम में तैयार करके हलवाई जैसा टेस्ट पा सकते हैं |   तो चलिए शुरू करते है बालूशाही नारियल रेसिपी कैसे बनाते है ? सामग्री : 1. मैदा 1 kg 2. दही सादा 250 g 3. शक्कर 2 kg 4. इलायची 4-5 pcs 5.रिफाइन ऑयल 2 लीटर 6. बेकिंग सोडा 1छोटा चम्मच  7.नारियल बुरादा 250 ग्राम विधि :- 1.सबसे पहले आप एक बर्तन में 2 kg शक्कर लेकर लगभग 1.25 लीटर (सवा लीटर) पानी डालकर लो फ्लेम पर चाशनी तैयार करेंगे अगर चाशनी साफ नहीं है तो उसमे हाइड्रो पावडर 1/2 चम्मच डालकर साफ कर ले या फिर फुलक्रीम दूध की कुछ मात्रा लेकर चाशनी साफ कर ले और सिगल से डबल तार की पोजिशन आने पर चाशनी उतार ले | 2.इसके बाद आप मैदा को एक बर्तन में लेकर उसमे 250 g दही और 100 g तेल के साथ बेकिंग पाउडर डालकर कर अवश्यकता अनुसार पानी मिलाकर मो...

PM MODI की नई शिक्षा नीति

पीएम मोदी की नई शिक्षा नीति विवरण नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की शिक्षा व्यवस्था में एक बड़ा बदलाव आया है। नई शिक्षा नीति छात्रों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने का लक्ष्य रखती है। इसका उद्देश्य है कि भारत की शिक्षा प्रणाली को सशक्त बनाया जाए। प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल में लॉन्च की गई यह नीति उनकी दूरदर्शिता और शिक्षा क्षेत्र में नवाचार का प्रतीक है। यह नीति विशेष रूप से तकनीकी और डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देने का लक्ष्य रखती है। इस तरह की शिक्षा से छात्रों को भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार किया जाएगा। सौजन्य से गूगल  मुख्य बिंदु नई शिक्षा नीति का उद्देश्य शिक्षा में गुणवत्ता और समर्पण को बढ़ाना है। यह नीति पीएम मोदी के कार्यकाल में नए शैक्षिक बदलाव का प्रतीक है। तकनीकी और डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न पहल करनी हैं। युवाओं को भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए सशक्त बनाना। भारतीय शिक्षा प्रणाली में सुधार के लिए ठोस कदम उठाए जाने की आवश्यकता है। नई शिक्षा नीति का परिचय भारत में शिक्षा प्रणाली का विकास राष्ट्रीय प्रगति के लिए आवश...

Sheikh Hasina

  Sheikh Hasina: Bangladesh's Influential Leader शेख हसीना बांग्लादेश की प्रधानमंत्री हैं और देश की एक प्रमुख राजनीतिक हस्ती हैं। उनका जन्म 28 सितंबर 1947 को ढाका में हुआ। वे शेख मुजीबुर रहमान की पुत्री हैं और स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े हुए हैं। 1996 से 2001 और फिर 2009 से अब तक, शेख हसीना ने प्रधानमंत्री के रूप में काम किया है। उनके नेतृत्व में बांग्लादेश ने आर्थिक और सामाजिक बदलाव देखे हैं, जिससे उन्हें एक प्रभावशाली नेता माना जाता है। मुख्य बिंदु शेख हसीना का जन्म 1947 में हुआ। वे बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान की पुत्री हैं। 1996 से 2001 तथा 2009 से वर्तमान तक प्रधानमंत्री पद पर हैं। उनके नेतृत्व में बांग्लादेश में कई महत्वपूर्ण सुधार हुए हैं। हसीना ने बांग्लादेश को एक नई दिशा में ले जाने का काम किया है। वे एक प्रभावशाली नेता के रूप में जानी जाती हैं। परिचय: शेख हसीना का महत्व शेख हसीना का महत्व बांग्लादेश के लिए काफी बड़ा है। वे एक बांग्लादेश प्रधानमंत्री के रूप में जानी जाती हैं। उन्होंने देश की राजनीति और अर्थव्यवस्था में बड़ा योगदान दिया है...

super power america

 SUPER POWER America वैश्विक पटल पर अपने को सुपर पावर बताने वाला अमेरिका दरअसल अपने नीतियो कि वजह से धीरे धीरे सुपर पावर का तमगा खोते जा रहा और बदलते वैश्विक हालात इस बात की गवाही भी दे रहे अपने को परमाणु संपन्न शक्ति कहने वाला आज खुद डरा हुआ बोना साबित होते जा रहा विचार करने की बात है जो देश आर्थिक,भौगोलिक,राजनीतिक,कूटनीतिक और सामरिक रूप से संपन्न हो और उसका ग्लोबल रूप से अधिकांशत्तः कब्जा अप्रत्यक्ष रूप विभिन्न देशों में हो वैसा देश आज किसी भी देश के ऊपर आए संकट का सामना करने मे बौना साबित हो रहा है | क्या अमेरिका विश्व में राज करना चाहता है? दोस्तो विगत कुछ वर्षों से दुनिया में महायुद्ध या तीसरे विश्वयुद्ध के हालत बने हुए है इसमें प्रमुख रूप से रूस-यूक्रेन युद्ध और प्रमुख रूप से इजराइल-गाजा पेलेस्टाइन युद्ध वैसे तो भू- भाग के अधिकार के लिए बहुत से युद्ध हुए मगर आज हम प्रमुखता से इजराइल और फिलिस्तीन का उदाहरण लेकर अमेरिका की छुपी हुई जालसाजी का उल्लेख करेंगे | इजराइल के शरणार्थी को शरण देने वाला फिलिस्तीन खुद शरणार्थी देश बन गया  आपने एडोल्फ हिटलर जो की जर्मनी का तानाशाह था ...

भारत में बेरोजगारी की समस्या

 बेरोजगारी की समस्या  भारत में बढ़ती बेरोजगारी एक भयंकर या यू कहे की एक विकराल रूप धारण करते जा रही है | वैसे तो ये एक वैश्विक समस्या है इस ब्लॉग पोस्ट में आज हम बेरोजगारी पर ही फोकस करेंगे की ऐसे कौनसे कारक है जो बेरोजगारी को दिन ब दिन बढ़ा रहे है और उनसे बचने के उपाय के बारे में भी चर्चा करेंगे  - 1. जनसंख्या विस्फोट - एक प्रमुख कारण बढ़ती जनसंख्या या वृद्धि है जो देश ओर दुनिया में बेरोजगारी को बढ़ावा दे रही है | 2. रोजगार में कमी और शिक्षा का अभाव भी इस बेरोजगारी की समस्या में बहुत बड़ा बाधक साबित हो रहा है | 3. आर्थिक सुधार नीति का अभाव - जैसे उद्योगों को बढ़ावा न देना आर्थिक मंदी से निपटने के उचित उपाय न करना आदि | 4. तकनीक का प्रभाव - नई नईं तकनीक आने से श्रम शक्ति में कमी आ रही है | 5. सरकारी नीतियां - हमारे देश में सरकार की कुछ गलत नीतियों की वजह भी बेरोजगारी की समस्या को बढ़ावा दे रही है | बेरोजगारी के प्रमुख घटक बेरोजगारी के प्रमुख दो घटक है  1. श्रम शक्ति - ऐसे सभी व्यक्ति या श्रमिक जो साथ मिलकर किसी कंपनी या उद्योग में धन उपार्जन करने में लगे होते है मगर ...

लाडली बहना को मिलेगा रक्षाबंधन का तोहफा

सीएम लाड़ली बहना को मिलेगा रक्षाबंधन का तोहफ़ा -  मध्य प्रदेश में नारी सशक्तिकरण के तहत चलाई जा रही प्रमुख योजना सीएम लाडली बहना को अगस्त माह में 1500 रुपए आवंटित किए जायेंगे |जिसमे 1250 की किश्त के साथ 250 रुपए का तोहफा अलग से रक्षाबंधन के लिए दिया जायेगा | क्या है लाड़ली बहना योजना? दरअसल मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी ने अपने कार्यकाल के दौरान महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए यह आर्थिक मदद के तौर पर इस योजना को चलाया जैसा हम जानते है की महिलाओं के मजबूती के हिसाब से योजनाओं में मध्य प्रदेश अव्वल रहा है जिसे अब दूसरे प्रदेश भी फॉलो कर रहे हैं जो कि काफी सराहनीय है | मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने लाडली बहना तोहफा का किया एलान मध्य प्रदेश के वर्तमान सीएम श्री मोहन यादव जी ने अपनी टीकमगढ़ जनसभा कार्यक्रम के दौरान ये घोषणा की अगस्त माह में लाडली बहना योजना के अंतर्गत आने वाली पात्र महिलाओं को रक्षाबंधन का अतिरिक्त 250 रुपए दिया जाएगा और मासिक किस्त हमेशा की तरह 1250 रुपए ज्ञात हो कि श्री डॉ मोहन यादव जी ने लाडली बहना योजना को फिलहाल जारी रखा है जो की सराहनीय कदम ...

रक्षाबंधन 2024

रक्षाबंधन 2024  भाई बहनों का स्नेहिल महापर्व रक्षांबधन श्रावण मास लगते ही आने की सुगबुगाहट तेज हो जाती है विशेषतः यह पर्व हिंदू संप्रदाय में उत्तर भारत के संपूर्ण प्रांत में मनाया जाता है | वैसे तो इस पर्व का वैश्विक महत्व भी है और भारत के अलग अलग संप्रदाय में भी यह रक्षाबंधन पर्व का विशेष स्थान है | रक्षाबंधन की खुशियां  वो बचपन की यादें जब दीदी रक्षाबंधन की पूजा की थाल सजाकर हमे राखी बांधने आती थी तो अपने भैया से पहले ही गिफ्ट की मांग करती और हम उनकी लाई हुई मिठाई खाकर उन्हें गिफ्ट देने से मना कर देते और दीदी मम्मी पापा के तरफ देखकर उदास हो जाती फिर मम्मी पापा धीरे से भाई बहन का मामला कुछ पैसे या गिफ्ट देकर सुलझा देते खैर ये तो थी बचपन की रक्षाबंधन की यादें पर क्या आपने सोचा है? रक्षाबंधन पर्व क्यों मनाया जाता है? वैसे तो बहुत सी धार्मिक किवदंतिया प्रचलित है जैसे कृष्ण और द्रौपदी अर्थात् ऋषि मुनि काल से लेकर राजा महाराजा और मुगल काल में भी रक्षाबंधन का उल्लेख मिल जाएगा जिससे आप जानेंगे की बहन ने अपनी रक्षा का वचन अपने भाई से मांगा | रक्षबंधन के परिपेक्ष मे  मैं बस यही क...

78 वां स्वतंत्रता दिवस

स्वतंत्रता दिवस   क्या वाकई में हम 78 स्वतंत्रता दिवस में आजाद है? दोस्तों समझने वाली बात है 15 अगस्त 2024 को हम भारत का 78 स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहे हैं आज मैं स्वतंत्रता दिवस के बारे में लिखने जा रहा हु आपको स्वतंत्रता दिवस का अर्थ समझना होगा. 15 अगस्त 1947 को गुलामी की जंजीरों तोड़कर सबके अथक प्रयास और बलिदान देकर भारत उपनिवेशवाद और अंग्रेजी गुलामी से आजाद तो हुआ पर क्या? हम धीरे धीरे और भी गुलाम होते चले गए. ------------------------ स्वतंत्र और स्वतंत्रता के भाव को समझना होगा -   स्वतंत्र होना आसान है मगर स्वतंत्रता का भाव बरकार रखना बहुत ही कठिन मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं की कब तक हम उपनिवेशवाद के नाम पर अपनी स्वतंत्रता दिवस समारोह मनाते रहेंगे या आजादी का जश्न मनाते रहेंगे असल आजादी तो तब मिलेगी जब हम सब मिलकर हमारे भारत देश को गरीबी से आजाद करेंगे , बेरोजगारी से देश को आजाद कराएंगे, भाईचारा में जो नफरते है से आजाद होंगे स्वतंत्र होने का अर्थ समझना ही होगा। उनिवेशवाद ने भारत को बहुत कुछ दिया? पर क्या हमने स्वतंत्र होने के बाद अपने देश को क्या दिया नफरत,बेरोजगा...